खबर से छटपटाया बोलिया का शेरू सटोरिया
(संदीप गुप्ता)
गरोठ (जनकल्याण मेल) गरोठ के बोलिया नगर में सट्टा किंग के रूप में कुख्यात शेरू सटोरिया अब एक बार फिर से सक्रिय हो गया है। पहले गुमटी और अड्डों की आड़ में चल रहा उसका काला कारोबार अब खेतों की टापरियों तक पहुँच चुका है। आईपीएल और रतन के सट्टे का जाल फैला कर शेरू सटोरिया लगातार अपने प्रभाव क्षेत्र का विस्तार कर रहा है। प्रशासन की कई बार की सख्ती और आईपीएल सट्टा धरपकड़ के बावजूद शेरू के हौसले अब भी बुलंद हैं।
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, शेरू अब एक प्रादेशिक समाचार पत्र की आड़ में अपने सट्टे के गोरखधंधे को चलाने का नया तरीका ढूंढ़ चुका है। बेरोजगार युवा उसके प्राथमिक निशाने पर हैं, जिनको वह झूठे सपने दिखाकर उन्हें इस दलदल में धकेलता है। पढ़े-लिखे बेरोजगार युवा अब शेरू के जाल में फंसने लगे हैं और अपनी मेहनत की कमाई गंवाने को मजबूर हो रहे हैं लेकिन कल जब इन्ही युवाओ के पास पैसा नहीं रहेगा तो वह अपनी जरूरतो को पूरा करने के लिएअपराध की दुनिया पर अपने कदम बढ़ा देंगे
पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद शेरू का नेटवर्क राजस्थान और मध्यप्रदेश की सीमा पर फैला हुआ है, जहां उसके गुर्गे सक्रिय रूप से सट्टा चला रहे हैं। इसके चलते कई परिवार मानसिक और आर्थिक रूप से बर्बाद हो चुके हैं। प्रशासन ने अब तक कई बार सख्त कार्रवाई की है, लेकिन शेरू वो ढीट मानसिकता का पाश्चित पशु है की मानता हीं नहीं चाहे प्रशासन कितना भी रगड़ दे पर शेरू सटोरिया अपनी आदतों से बाज नहीं आता मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई थानों मे शेरू सटोरिये के नाम दर्जनों केस दर्ज - मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई थानों में शेरु सटोरिये के नाम से दर्जनों अपराध दर्ज हैं फिर भी सटोरिये शेरू ने अपने फितरती दिमाग की उपज से अपने छर्रो और चाटुकारों की मदद से सट्टे और आई पी एल जैसे घिनोने अपराध का ग्राफ दिनों दिन बढ़ता हीं जा रहा है । राजनीती मै भी शेरू सटोरिये ने अपनी किस्मत आजमाई थी लेकिन सभ्य समाज की जागरूक जनता ने शेरू सटोरिये को आइना दिखा दिया
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमलता कुरील ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "इस विषय को लेकर हम संज्ञान में हैं। जल्द ही इस पर गहन जांच की जाएगी। हम सट्टे जैसी अवैध गतिविधियों को किसी भी हाल में पनपने नहीं देंगे।"
पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद के नेतृत्व में हाल ही में चलाए गए आईपीएल सट्टा विरोधी अभियान में कई सट्टोरिए पकड़ें गए थे, लेकिन शेरू सटोरिया का प्रभाव अब भी कम नहीं हुआ है।
अब देखना यह है कि प्रशासन इस बार शेरू जैसे सटोरिये के खिलाफ कितनी सख्ती से कार्रवाई करता है और क्या वह इस बार इस गंदे धंधे को रोकने में सफल हो पाता है या नहीं।