शहीद दिवस पर भगतसिंह यादगार मंच ने देशभक्ति जनवादी गीतों के साथ निकाली प्रभात फेरी



गुना [जनकल्याण मेल]  महान क्रांतिकारी शहीद ए आजम भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु के 94 वे शहीद दिवस पर भगतसिंह यादगार मंच द्वारा देशभक्ति जनवादी गीतों के साथ प्रभात फेरी निकाली गई। प्रभात फेरी की शुरुआत शहीद भगतसिंह चौक से की गई, जहां शहर के प्रबुद्ध नागरिकों सहित छात्रों नौजवानों द्वारा शहीदों के चित्र पर पुष्पार्पण किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में भगतसिंह लौट के आ गीत गाया गया, उसके बाद रंग दे बसंती चोला, ए भगतसिंह तू जिंदा है, और अन्य इंकलाबी गीत गाते हुए, इंकलाब जिंदाबाद के नारों के साथ बोहरा मस्जिद, नयी सडक़, रपटा सदर बाजार होते हुये शास्त्री पार्क से भगतसिंह चौक पर प्रभात फेरी का समापन हुआ,रास्ते भर में आम जन ने शहीदों के चित्रों पर पुष्प अर्पित किए। साथ ही संयुक्त रूप में भगतसिंह के विचार पोस्टर नए संस्करण का विमोचन किया गया।

भगतसिंह यादगार मंच के संयोजक मंडल सदस्य नरेंद्र भदौरिया ने कहा कि शहीद ए आज़म भगतसिंह के विचार अन्याय के खिलाफ लडऩे का हौसला देता है। आज हमें सच्ची देशभक्ति की परिभाषा शहीद मनीषियों के विचारों से सीखने की जरुरत है। जिन्होंने धर्म मजहब जात पात से ऊपर उठकर आम जनता की दुख तकलीफों उन पर जारी साम्राज्यवादी शोषण के खिलाफ संघर्ष छेडऩे के तौर पर ही अपनी देशभक्ति को निर्धारित किया था, ओर आज भी इसी की जरुरत है। मंच के सह संयोजक लोकेश शर्मा ने कहा कि जिस साम्राज्यवाद के खिलाफ भगतसिंह सरीखे क्रांतिकारियों ने अपनी आवाज़ बुलंद की थी वो आज भी दुनिया भर में बाजार संकट के कारण अमानवीय युद्धों को जन्म दे रहा है। भगतसिंह ने इन युद्धों के खिलाफ दुनिया भर के मेहनतकश वर्ग को एकजुट होने की अपील की थी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यकम संयोजक मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि हम सभी को भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु के विचार सभी लोगों तक पहुंचाना है और शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए संकल्पित होना चाहिए। कार्यक्रम में प्रदीप आर.बी., महेश बैरागी, मोहर सिंह, विकास बंसल, सीमा राय, राधेश्याम चंदेल, विनोद मीना सहित छात्र नौजवान शामिल रहे।