अशोकनगर [जनकल्याण मेल] प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री प्रकाश चंद्र आर्य के मार्गदर्शन में व प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय श्री केशव मणि सिंहल की अध्यक्षता में एवं न्यायाधीश श्रीमती पूनम कटारिया की उपस्थिति में कुटुम्ब न्यायालय परिसर, अशोकनगर में मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय श्री केशव मणि सिंहल द्वारा उपस्थित पक्षकारगण को बताया कि पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए न्यायालय में लंबी कानूनी प्रक्रिया में जाने के बजाय, मध्यस्थता एक बेहतर विकल्प हो सकता है। जिसमें एक मीडिएटर दोनों पक्षों को आपसी सहमति से विवाद सुलझाने में मदद करता है। मध्यस्थता का उपयोग पारिवारिक विवाद, तलाक, बच्चे की कस्टडी, संपत्ति विवाद आदि मामलों में मध्यस्थता की जाती है। साथ ही म0प्र0 अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना, 2015, लीगल एड डिफेंस काउंसल योजना, निःशुल्क विधिक सहायता एवं विधिक सलाह योजना एवं नालसा हेल्पलाईन नंबर 15100 के बारे में विस्तार से जानकारी दी गईं।
कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस कांउसल के अधिवक्ता श्री देवेन्द्र सिंह दांगी सहित न्यायालयीन कर्मचारीगण एवं पक्षकारगण उपस्थित रहे।